टिकटॉक समेत कुछ ऐप्स पर मांग को लेकर पाकिस्तान सरकार में मतभेद उजागर हो गए। इमरान खान सरकार में साइंस एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्टर फवाद चौधरी ने ऐप्स और किताबों पर बैन का खुले तौर पर विरोध किया है। चौधरी के मुताबिक, इन ऐप्स से इस्लाम को कोई खतरा नहीं है।
यहां के पंजाब प्रांत की सरकार ने 100 से ज्यादा किताबों को बैन कर दिया है। इमरान सरकार में शामिल कुछ मजहबी पार्टियां टिकटॉक जैसे ऐप्स पर बैन की मांग कर रही हैं।
चौधरी ने क्या कहा
देश कई सामाजिक संगठन और नेता टिकटॉक जैसे मनोरंजन करने वाले ऐप्स पर बैन की मांग कर रहे हैं। चौधरी ने इसे खारिज कर दिया। कहा- टिकटॉक या किताबों पर बैन से समस्या हल नहीं होगी। यह सिर्फ बहाना है। इन ऐप्स या किताबों से इस्लाम को कोई खतरा नहीं है। पंजाब प्रांत की असेंबली में हर दूसरे दिन एक नया प्रस्ताव लाकर कहा जाता है कि इस्लाम खतरे में है।
नया ट्रेंड खतरनाक
चौधरी ने कहा- हर चीज को इस्लाम के लिए खतरा बताकर उसे बैन करने की मांग करना एक गलत और खतरनाक ट्रेंड है। इससे मजहबी कट्टरता और अलगाववाद को बढ़ावा मिलेगा। मुल्क की सेहत के लिए यह सही नहीं है। मैं उन लोगों से अपील करता हूं जो इस तरह की मांग कर रहे हैं। उन्हें आग को हवा नहीं देना चाहिए।
कमजोर दलील
हाल ही में पाकिस्तान सरकार ने चीन के सोशल मीडिया ऐप वीबो को बैन कर दिया था। इस पर अश्लीलता और अपराध को बढ़ावा देने का आरोप था। अब टिकटॉक और यूट्यूब पर भी बैन की मांग उठ रही है। खासतौर पर मजहबी बुनियाद पर बनी पार्टियां सरकार पर दबाव डाल रही हैं कि इन ऐप्स को फौरन बंद किया जाए। हालांकि, अब तक आखिरी फैसला नहीं हुआ।
पाकिस्तान से जुड़ी ये खबरें भी आप पढ़ सकते हैं...
आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
https://ift.tt/3f2eAl2
إرسال تعليق