सचिन पायलट को कांग्रेस के डिप्टी सीएम और प्रदेश अध्यक्ष से हटानेके बाद कांग्रेस ने उन्हेंअयोग्य घोषित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। असेंबली स्पीकर नेबुधवार को कांग्रेस की शिकायत पर पायलट समेत19 असंतुष्ट विधायकों को नोटिस जारी किया है। उनसे शुक्रवार तक जवाब मांगागया है।
नोटिस में पूछा गया है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों और कांग्रेस विधायकों की दो बैठकों में शामिल नहीं होने पर उन्हें अयोग्य क्यों नहीं ठहराया जाना चाहिए?इस बीच,सचिन पायलट ने कहा कि वेभाजपा में शामिल नहीं होरहे हैं।उन्होंने कहा, 'अभी भी मैं कांग्रेस का मेंबर हूं। कुछ लोग मेरा नाम भाजपा से जोड़ रहे हैं। मेरी इमेज खराब करने की कोशिश की जा रही है।'
पार्टी के अंदर अपनी बात कहने का मंच नहीं बचा था
- पायलट ने मीडिया से बात करते हुए कहा किवह मुख्यमंत्री गहलोत से नाराज नहीं है। उन्होंने गहलोत से कोई खास ताकत भी नहीं मांगी थी। वह बस चाहते थे कि जनता से किए गए वादे पूरे किए जाएं। उनसे जब पूछा गया कि आखिर उन्होंने बगावत क्यों की? पार्टी के अंदर चर्चा क्यों नहीं की? जवाब में उन्होंने कहा कि पार्टी के अंदर चर्चा का कोई मंच बचा ही नहीं था।
- राहुल गांधी ने इस मामले में दखल दिया? आपकी उनसे बात हुई?जवाब में कहा कि राहुल गांधी अब कांग्रेस अध्यक्ष नहीं हैं। राहुल ने जब से इस्तीफा दिया, गहलोत जी और उनके एआईसीसी के दोस्तों ने मेरे खिलाफ मोर्चा खोल दिया। तभी से मेरे लिए आत्मसम्मान मुश्किल हो गया था। ये सत्ता नहीं बल्कि आत्मसम्मान की बात थी।
अपडेट्स
- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज नए सिरे से कैबिनेट के गठन पर काम शुरू कर सकते हैं। इसके लिए दोपहर तक मुख्यमंत्री आवास पर बैठक हो सकती है।
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