कोई यूं ही कप्तान नहीं होता।यदि हो भी जाए तो लंबे समय तक लोगों के दिलों में बसा रहे, ऐसा कम होता है। 10 साल तक भारतीय क्रिकेट टीम की कमान संभाल चुके रांची के महेंद्र सिंह धोनी ने लॉकडाउन में खाली समय का पूरा सदुपयोग किया। अपने फार्म हाउस में इन्होंने जैविक खेती करना सीखा। खेत तैयार करने के लिए ट्रैक्टर खरीदा और उसे चलाना भी सीखा। रांची के सैंबो स्थित अपने फॉर्म हाउस में ट्रैक्टर चलाते हुए उनका नया रूप देखने को मिला।

चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) ने धोनी के ट्रैक्टर सीखने के पल को सोशल मीडिया पर शेयर किया है। सीएसकेने एक फनी कैप्शन लिखा है- क्या होगा अगर थाला (कप्तान) धोनी अपने इस नए बीस्ट पर सवार होकर राजा से मिलने जाएं? धोनी को दक्षिण भारतीय प्रशंसक थाला कहते हैं, जिसका अर्थ होता है- विषम परिस्थितियों से लड़कर सफलता को छूने वाला।

धोनी ने ट्रैक्टर चलाना सीखा

सीएसके की तरफ से शेयर इस वीडियो में धोनी ट्रैक्टर पर सवार होकर पर घूमते दिख रहे हैं। वह ट्रैक्टर चलाना सीख रहे हैं। उनके साथ ट्रैक्टर पर एक और व्यक्ति भी है, जो उन्हें ट्रैक्टर के उपकरण और फंक्शन की जानकारी दे रहा है।

धोनी हर फील्ड में नया करते हैं
धोनी के फैन इस तस्वीर काे खूब पसंद कर रहे हैं। एक यूजर ने कहा कि धोनी जिस फील्ड में जाते हैं वहां नया करते हैं, चाहे वह ऑन द फील्ड हाे या ऑफ द फील्ड।

फॉर्महाउस पर तरबूजऔर पपीता लगाए

कुछ दिन पहले ही धोनी ने अपने फाॅर्म हाउस में ऑर्गेनिक खेती शुुरू की है। वहांतरबूज और पपीता लगाए हुए हैं। उन्होंने पूजा-पाठ करते हुए विधि-विधान के साथ इसकी शुरुआत की थी। इसे सोशल मीडिया में भी शेयर किया गया था। ऑर्गेनिक खेती में भी नए कीर्तिमान गढ़ने के लिए धोनी हर बारीकी को समझना चाहते हैं। यही कारण है कि लॉकडाउन के दौरान खेती में पूरी तरह रम गए हैं। ट्रैक्टर की ट्रेनिंग भी इसी की एक कड़ी है, ताकि वे खुद ट्रैक्टर से क्यारियां खोद सकें।

धोनी ने 350 वनडे में 10773 रन बनाए
धोनी एक साल से भारतीय टीम से बाहर चल रहे हैं। उन्होंने पिछला मैच जुलाई 2019 में वनडे वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल खेला था। इस मैच में न्यूजीलैंड के हाथों हार मिली थी। धोनी ने अब तक 90 टेस्ट में 4876, 350 वनडे में 10773 और 98 टी-20 में 1617 रन बनाए हैं।



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भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने ट्रैक्टर चलाना सीखा है, ताकि खेती के लिए वे खुद क्यारियां खोद सकें।

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