रविवार रात दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पाकिस्तान दूतावास के दो अफसरों को जासूसी के आरोप में रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इनमें से एक आबिद हुसैन भारतीय सेना के ट्रेनों से होने वाले मूवमेंट पर नजर रख रहा था। भारत ने इन दोनों जासूसों को 24 घंटे में देश छोड़ने का आदेश दिया था। सोमवार रात ये पाकिस्तान लौट गए।

आईएसआई के एजेंट हैं दोनों
पाकिस्तान एम्बेसी के वीजा सेक्शन में तैनात इन दोनों अफसरों के नाम आबिद हुसैन और ताहिर खान हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इनमें से आबिद भारतीय सेना के ट्रेनों से होने वाले हर मूवमेंट पर नजर रख रहा था। उसने अपने हैंडलर्स तक सेना और हथियारों के मूवमेंट की जानकारी पहुंचाने की कोशिश की। दोनों ही मुख्य तौर पर आईएसआई के एजेंट थे। इनके पास से कई जाली दस्तावेज बरामद किए गए थे। इनका इस्तेमाल ये भारत में घूमने और सूचनाएं जुटाने के लिए करते थे।

भारतीय अफसरों को झांसा देने की कोशिश
आबिद जाली दस्तावेजों के सहारे अलग-अलग विभागों के अफसरों के बीच पैठ बनाने और उनसे सूचनाएं जुटाने की कोशिश करता था। उसने अपने कुछ नाम भी रखे थे। आबिद की नजर रेलवे पर ज्यादा थी। उसने अपने संपर्कों को झांसा देकर भारतीय सेना और उसके हथियारों की ट्रेनों के जरिए होने वाली मूवमेंट की जानकारी हासिल करने की कोशिश की।

फर्जी आधार कार्ड भी मिला
जासूसी करते पकड़े जाने पर उन्होंने खुद को भारतीय नागरिक साबित करने की कोशिश की थी। उनके पास फर्जी आधार कार्ड, भारतीय मुद्रा और महंगे आईफोन मिले थे। गिरफ्तारी के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था, ‘पाकिस्तान हाईकमीशन के दो अफसरों को नई दिल्ली में जासूसी करते पकड़ा गया है। भारत की जांच एजेंसियों ने यह कार्रवाई की।’ सरकार ने इन्हें पर्सोना नॉन ग्राटा घोषित करते हुए 24 घंटे में देश छोड़ने को कहा था। सोमवार रात ये मुल्क रवाना हो गए।



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पाकिस्तान के इन दोनों जासूसों को सोमवार रात उनके मुल्क भेज दिया गया। तस्वीर में दाईं तरफ नजर आ रहे आईएसआई एजेंट का नाम आबिद हुसैन है। उसने ट्रेनों के जरिए भारतीय सेना के मूवमेंट की जानकारी हासिल करने की कोशिश की थी।

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