क्या वायरल : सोशल मीडिया पर यह दावा किया जा रहा है कि डब्ल्यूएचओ ने कहा है : कोरोना वायरस अब कमजोर पड़ने लगाहै।
फेसबुक पर इस तरह की पोस्ट शेयर की जा रही हैं
फैक्ट चेक पड़ताल
- दावे से जुड़े अलग-अलग कीवर्ड्स से गूगल सर्च करने पर द रायटर्स की वेबसाइट पर 1 जून की एक खबर मिली। यहां भी कोरोना वायरस के कमजोर पड़ने की बात कही गई है। लेकिन, डब्ल्यूएचओ के हवाले से नहीं बल्कि इटली के डॉक्टर के हवाले से। संभवत: यहीं से कोरोना वायरस के कमजोर पड़ने की बात को उठाकर डब्ल्यूएचओ के हवाले से शेयर किया जाने लगा।
- पड़ताल के दौरान हमें यूट्यूब पर 1 जून का एक वीडियो मिला। यह वीडियो एएफपी न्यूज एजेंसी ने अपलोड किया है। इसमें डब्ल्यूएचओ के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर माइकल रेयान का एक बयान है। इसमें वे कह रहे हैं - ‘कोरोना अभी भी एक जानलेवा वायरस है। अब भी रोजाना हजारों लोग इससे मर रहे हैं। हमें यह सेंस डेवलप नहीं करना चाहिए कि वायरस अब कम खतरनाक है’। इस बयान सेस्पष्ट है कि डब्ल्यूएचओ ने खुद वायरस के कमजोर होने वाली बात को नकारा है।
- डबल्यूएचओ रोज एक सिचुएशन रिपोर्टजारी करता है। पिछले एक महीने की रिपोर्ट्स चेककरने पर हमें ऐसा कोई अपडेट नहीं मिला, जिसमें कहा गया हो कि कोरोना वायरस कमजोर पड़ रहा है।
- डब्ल्यूएचओ के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर भी दावे से जुड़ा कोई अपडेट नहीं मिला।
निष्कर्ष : डब्ल्यूएचओ ने कोरोना वायरस के कमजोर पड़ने जैसी कोई बात नहीं कही है। सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा झूठाहै।
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