जम्मू कश्मीर में मंगलवार सुबह भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। जानकारी के मुताबिक, भूकंप का केंद्रताजिकिस्तान की राजधानी दुशान्बे बताया जा रहा है। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता6.8 मापी गई।इसका केंद्रदुशान्बे से 341 किमी पूर्व-दक्षिणपूर्व में बताया जा रहा है।
इससे पहले जनवरी में ताजिकिस्तान में कारकेन्जा के पास 5.5 तीव्रता का भूकंप आया था।
सोमवार को गुजरात में भी झटके महसूस किए गए थे
सोमवार को गुजरात में राजकोट से 83 किलोमीटर दूर सोमवार को 12.57 बजेभूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.4 थी। इसके कुछ घंटे बाद भुज में भी आफ्टर शॉक आए। इनकी तीव्रता 4.1 मापी गई। रविवार को भी गुजरात में झटके महसूस किए गए थे।रविवार से लेकर सोमवार तक गुजरात के अलग-अलग अलग इलाकों में 14 बार आफ्टर शॉक महसूस किए गए थे।
रविवार को आए भूकंप सबसे ज्यादा असर भीकच्छ में ही देखा गया था। 19 साल पहले यानी 26 जनवरी 2001 को भी कच्छ के भुज में 7.7 तीव्रता का भूकंप आया था। इसमें 13 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी।
अब तक का सबसे बड़ारिकॉर्ड किया गया भूकंप चीली में आया
अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड किया गया भूकंप 22 मई 1960 को चिली में आया था। यह 9.5 मेग्नीट्यूड तीव्रता का भूकंप था। चिली के बाद दूसरा सबसे बड़ा भूकंप 28 मार्च 1964 में यूनाइटेड स्टेट्स में रिकॉर्ड किया गया था। ये 9.2 मेग्नीट्यूड का था, इससे प्रिंस विलियम साउंड, अलास्का का क्षेत्र काफी प्रभावित हुआ था।
6 की तीव्रता वाला भूकंप भयानक होता है
भूगर्भ वैज्ञानिकों के मुताबिक, भूकंप की असली वजह टेक्टोनिकल प्लेटों में तेज हलचल होती है। इसके अलावा उल्काप्रभाव और ज्वालामुखी विस्फोट, माइन टेस्टिंग और न्यूक्लियर टेस्टिंग की वजह से भी भूकंप आते हैं। डॉ. अरुण ने बताया कि रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता मापी जाती है। इस स्केल पर 2.0 या 3.0 की तीव्रता का भूकंप हल्का होता है, जबकि 6 की तीव्रता का मतलब शक्तिशाली भूकंप होता है।
आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
https://ift.tt/3hzhGzk
إرسال تعليق