लॉकडाउन के कारण लोगों का ऑन स्क्रीन टाइम बढ़ गया है। लोग सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते हैं। देश में रेल सेवा शुरू होने की बात हो या हवाई सेवाएं, कई महत्वपूर्ण जानकारी ट्विटर से ही देश को मालूम पड़ीं। कोविड-19 के दौरान ट्विटर में नए फीचर जोड़ने, हेटस्पीच, ट्रोल आदि से जुड़े मामलों पर दैनिक भास्कर ने ट्विटर इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर मनीष माहेश्वरी और डायरेक्टर पब्लिक पॉलिसी इंडिया एंड साउथ एशिया महिमा कौल से बात की। पेश है उनसे बातचीत के प्रमुख अंश...

महिमा कौल।

सवाल: क्या आपने कोविड-19 के दौरान ट्विटर पर बातचीत में कोई बदलाव देखा है?
ग्लोबली हमारे डेली एक्टिव यूजर्स (एमडीएयू) की संख्या 24% बढ़कर 16.6 करोड़ हो गई है। जो सीजनल मजबूती, चल रहे उत्पाद सुधारों और कोविड-19 महामारी से संबंधित ग्लोबल बातचीत के कारण हैं। यह हमारी डेली एक्टिव यूजर्स के मामले में अब तक की सर्वाधिक वार्षिक बढ़ोतरीहै। पिछली तिमाही के बाद से 1.4 करोड़ औसत डेली एक्टिव यूजर्स जुड़े हैं।
सवाल: कोविड-19 के बारे में भ्रामक जानकारी देने वालों के खिलाफ ट्विटर ने क्या कदम उठाए हैं?
हम नियमित रूप से स्वास्थ्य अधिकारी, रिसर्चर्स, एनजीओ और सरकार के साथ काम कर रहे हैं। हमने अपने सुरक्षा नियमों का विस्तार किया है ताकि ऐसे कंटेंट से निपटा जा सके, जिसका उद्देश्य आधिकारिक स्रोतों को गलत तरीके से पेश करना है। जैसे ‘सोशल डिस्टेंसिंग प्रभावशाली नहीं होती है आदि।

हम ऐसी सामग्री या कंटेंट पर प्रभावशाली कार्यवाही कर रहे हैं, जो हमारे ट्विटर नियमों का उल्लंघन करती है। इसमें अमानवीय भाषा भी शामिल है। इनमें से करीब आधे हम सूचना मिलने से पहले ही पकड़ लेते हैं। ट्विटर, डेवलपर लैब्स एक नया एंडपॉइन्ट जारी कर रहा है, ताकि डेवलपर्स और शोधकर्ता कोविड-19 के बारे में सार्वजनिक बातचीत का अध्ययन कर सकें।
सवाल: बीते दो माह में भ्रामक सूचना देने वाले कितने पोस्ट्स और ट्वीट हटाए गए हैं?
18 मार्च को हमने ग्लोबली अपडेट पॉलिसी जारी की है। इसके तहत 2400 ट्वीट्स को हटा चुके हैं। हमारे आटोमेटिड सिस्टम्स ने 34 लाख से अधिक कोविड-19 को प्रभावित करने वाले एकाउंट्स को चैलेंज किया है।
सवाल: ट्रोलिंग के बारे में ट्विटर का क्या कहना है?

ट्विटर की यह ताकत है कि हम एक खुली, सार्वजनिक और वास्तविक समय आधारित सेवा देते हैं। घृणित आचरण, प्लेटफॉर्म में हेरफेर और दुर्व्यवहार को रोकने की हमारी नीति है। नियमों का उल्लंघन करने वाले एकाउंट्स की पहचान कर कार्रवाई करते हैं। उनके स्रोत की जानकारी पहचान लेते हैं और उन्हें ब्लॉक भी कर देते हैं।
सवाल: कोविड-19 के मद्देनजर टि्वटर ने विश्वसनीय सूचना देने के लिए क्या कोई नया फीचर जोड़ा है?
टि्वटर ने तीन नई शुरुआत की है। कोविड-19 से जुड़ी गलत जानकारी से निपटने के लिए हम निर्णायक जवाब दे रहे हैं। हम एक अलग इंडिया-ओनली इवेंट्स पेज की शुरूआत कर रहे हैं। इसमें आईएफसीएन प्रमाणित नेटवर्क से लेटेस्ट फेक्ट और सत्यापित कोविड-19 कंटेंट होगा। इसके अलावा हमने अलग कोविड-19 सर्च प्रॉम्प्ट की शुरुआत की है।

यह राष्ट्रीय स्वास्थ्य एजेंसियों और डब्ल्यूएचओ से प्राप्त कंटेंट उपलब्ध कराता है। ‘कोरोनावायरस ट्वीट्स फ्रॉम इंडियन अथॉरिटीस’ नाम का यह पेज, सत्यापित केंद्रीय और राज्य सरकारों के मंत्रियों, अधिकारियों एवं विभागों और पब्लिक हेल्थ एजेंसियों के ट्वीट्स टाइमलाइन के हिसाब से एकसाथ रखते हैं। भारत में प्रत्येक एकाउंटधारक इस पेज को अपनी होम टाइमलाइन में टॉप पर देख सकता है।
सवाल: केंद्र-राज्य सरकार के साथ ट्विटर किस तरह काम कर रहा है?
हम कोविड रिस्पोंस मैनेजमेंट पर विभिन्न विभागों, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, विभिन्न राज्य सरकारों के साथ काम कर रहे हैं। हमने अलग कोविड-रिस्पांस एकाउंट्स खातों को स्थापित करने के लिए कर्नाटक, महाराष्ट्र, झारखंड और उत्तर प्रदेश सरकार को भी सहयोग दिया है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने एक अलग एकाउंट एटदरेट कोविडइंडियासेवा भी शुरू किया है। जो सरकार द्वारा किए गए उपायों पर लेटेस्ट अपडेट, स्वास्थ्य सेवाओं तक कैसे पहुंचें या किसी ऐसे कोरोना संदिग्ध व्यक्ति के लिए जानकरी प्राप्त करना हो आदि के लिए यह सेवा जनता को सीधे अधिकारियों से जोड़ती है।



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ट्विटर इंडिया के एमडी मनीष माहेश्वरी।

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